03/06/2016 – Meaning of the day

अंजिल = अंजिर, इंजिल, बाईबल, इसा मसिह द्वारा रचाया हुआ ग्रन्थ । उसमें नये तथा पुराने दोनो पुस्तकों क समावेश है । महामति श्रीप्राणनाथजीने “रास ग्रन्थ” को “अंजिल” वानी की उपमा दी है । बाईबल में प्रमको ब्रह्मप्राप्तिका साधन माना है । “श्रीरास” में प्रेम की पराकाष्टा, आत्मा – परमात्मा के एकाकार होने की विगत दी गई है ।

Anjil = Anjir, Injil, Bible, Book revealed through Jesus Christ. The old and the new testament both are included in it. Mahamati Shri Prannathji has compared the “Raas Granth” with “Anjil”. In Bible Love is considered as a means of attaining God. In “Shri Raas” the pinnacle of love, the union of the Self & the Supreme Self has been given.