अक्षरातीत = अक्षर से अलग, परब्रह्म, पुरुषोत्तम, उत्तमपुरुष परमसत्य । उनही को श्रीराजजी और श्री कृष्णजी कहा है । वे सच्चिदानन्द स्वरूप हैं । उनके सद-अंश से अक्षर, चिद अंश से वे खुद तथा आनंद[…]
Category: Meaning of the Day
10/06/2016 – Meaning of the day
अक्षर के दो चश्में = अक्षर की दो द्रष्टि । अर्थात दो सुरताएँ । एक खेल देखने की दूसरी विलास की । Akshar ki do drishti = Two visions of Akshar. Meaning two forms. One[…]
09/06/2016 – Meaning of the day
अक्षर = अविनाशी, क्षय न पानेवाला । कूटस्थ, मूलमें अवस्थित । अविनाशी परमत्मा को अक्षर कहा जाता है । ब्रह्मको कार्यब्रह्म और परब्रह्म मानने से परब्रह्म अक्षरातीत परमात्माके सद-अंश को अक्षरब्रह्म कहा जाता है ।[…]
08/06/2016 – Meaning of the day
अक्रूर = वसुदेव का भाई, श्रीकृष्ण के चाचा । कंस की सलाह से श्रीकृष्ण और बलराम को धनुष यज्ञ के लिए आमंत्रण देकर उनको गोकुल से मथुरा ले गए थे । उनको डर था के[…]
07/06/2016 – Meaning of the day
अक्सी भिस्त = प्रतिबिंबित स्वर्ग । जिन जीवसृष्टि पर ब्रह्मसृष्टि कि सुरता बैठकर यह संसार का खेल देख रही है उन जीवसृष्टि के लिए सुनिष्चित अंखड मुक्ति स्थल । जो सतस्वरूप के निर्मल चैतन्य में[…]
06/06/2016 – Meaning of the day
अकस = अक्स, प्रतिबिंब, परछाई। श्रीप्राणनाथजीने अखंड मुक्तिअस्थलके सुखों को परमधामके सुखों के प्रतिबिंब समान माना है। Akas = Aks, reflection, shadow. Shri Prannathji has considered the pleasures of the eternal place of liberation (Muktisthal)[…]
05/06/2016 – Meaning of the day
अंत्रीख = अंतरिक्ष, शुन्य मंडल. महामति कहते है कि, पाँच तत्वों से बना हुआ यह ब्रह्मांड किसी भी आधार के बिना किस तरह लटक रहा है? आत्मा को जागृत करके यह शंका का निवारण करना[…]
04/06/2016 – Meaning of the day
अंतरध्यान = अंतर्ध्यान, अदृश्य, छिप जाना, रासलीला के समय कुछ क्षणो के लिए श्रीकृष्ण गोपियों के बीच से अंतर्ध्यान हो गए थे । उस समय गोपियों ने विलाप करते करते उनको वृन्दावन में ढूंढा, पर[…]
03/06/2016 – Meaning of the day
अंजिल = अंजिर, इंजिल, बाईबल, इसा मसिह द्वारा रचाया हुआ ग्रन्थ । उसमें नये तथा पुराने दोनो पुस्तकों क समावेश है । महामति श्रीप्राणनाथजीने “रास ग्रन्थ” को “अंजिल” वानी की उपमा दी है । बाईबल[…]
02/06/2016 – Meaning of the day
अंगद = वानर राज वाली का पुत्र था । उन्होने लंका के युध्द में सुग्रीवकी सेनाका नेतृत्व किया था । वो रावण के दरबार में दूत बनकर गये थे । उस समय कोई भी उन्का[…]
01/06/2016 – Meaning of the day
अंकूर = अंकुर, संबंध, सुरता, प्रस्फुटन, संसारमें ब्रह्म का अंश । परमधामसे ब्रह्मसृष्टिकी सुरता संसार में आई, उनमें परमधाम का अंकुर है । Ankoor = Sprout, relation, soul, eruption, subtle particle of Brahm in the[…]
Introduction to meaning of the day segment
Pranam! With the grace of Rajji & the blessings of my Guruji I am announcing a new segment which will be updated daily. It brings me a lot of joy to start such a new[…]